गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में लगे हैं।
पांच की हो चुकी है मौत
मोहद्दीपुर बिजली घर के सामने शुक्रवार की देर रात लगभग 11:45 बजे दो बाइक में जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में पिता और दो बेटियों सहित पांच की मौत हो गई। जबकि पत्नी और एक बेटा घायल हैं। वहीं, एक अन्य बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त बाइकों से टकराने के बाद ट्रक से भिड़कर घायल हो गया। कैंट पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है।
सिर्फ बैठकों में चिह्नित व बंद होते हैं स्पाट, हादसे में होती रहती है मौतें
ये हादसे भी करीब-करीब उन्हीं 13 ब्लैक स्पाट पर हुए हैं, जिसे जिम्मेदार विभागों द्वारा पहले से चिह्नित कर उसे सही करने के लिए संबंधित विभागों ने वादा किया था। कुछ जगहों को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी साइनेज बोर्ड, स्पीड लिमिट, रंबल स्ट्रिप्स, कैट आई, संकेतक के बोर्ड नहीं मिले। शुक्रवार की रात मोहद्दीपुर में हुआ हादसा भी जिम्मेदारों की लापरवाही का नतीजा रहा।
इस हादसे में दो बच्चियों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। सड़क चौड़ीकरण के दौरान निर्माण करा रहे विभाग ने दुकानदारों की सुविधा के अनुसार जगह-जगह कट बना दिया। जब इन जगहों पर हादसे होने लगे तो अधिकारियों ने इसे बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद भी कई जगहों पर अवैध तरीके से कट छोड़ दिया गया है। जिस वजह से आए दिन उन जगहों पर हादसे होते रहते हैं।
इसी तरह से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 कैंपियरगंज से आनंदनगर जाने वाले मार्ग पर मरचाहे कुटी, शिवपुरा चौराहा, लोहरपुरवा, आइटीआइ स्कूल जाने वाले मार्ग पर लाइट, संकेतक, रंबल स्ट्रिप, सोलर ब्लिंकर, कैमरा समेत अन्य के बोर्ड नहीं होने से दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
चंपा देवी पार्क मोड़ बना नया ब्लैक स्पाट
नौकायान मार्ग पर चंपा देवी पार्क के पास कट पर नया ब्लैक स्पाट बन गया है। यहां पर हर महीने दो से तीन दुर्घटनाएं होती है, जिसमें अधिकतर की मौत या गंभीर रूप से घायल होने का मामला सामने आता है। इस मार्ग पर बीच में बने डिवाइडर पर पौधे लगाएं गए हैं।