नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी में काफी समय से कुछ सही नहीं चल रहा है। कभी राजस्थान, तो कभी छत्तीसगढ़ तो अब पंजाब। बीते दिन पंजाब कांग्रेस में एक बड़ी खबर आई कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली आ रहे हैं। इसी के बाद शाम होते-होते पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की खबर आ गई। अब खबर यह भी है कि कांग्रेस आलाकमान सिद्धू के पीछे ज्यादा नहीं रहने वाला और अपना विकल्प तलाश रहा है। इस बीच कांग्रेस सांसद ने कुछ बड़ी बातें कही हैं और उनके निशाने पर सीधा सिद्धू नजर आए।
मनीष तिवारी बोले, ‘पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था। अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है। उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे ये बात कहने में बिल्कुल भी संकोच नही है कि जिन लोगों को जिम्मेदारी दी गई थी वो पंजाब को समझ नहीं पाए। चुनाव एक पहलू है पर राष्ट्र हित दूसरा पहलू है। पंजाब की राजनीतिक स्थिरता को बहाल करने की जरूरत है। कांग्रेस सांसद कहते हैं, ‘पंजाब के एक सांसद के रूप में, मैं पंजाब में होने वाली घटनाओं से बेहद व्यथित हूं। पंजाब में शांति अत्यंत कठिन थी। 1980-1995 में उग्रवाद और आतंकवाद से लड़ने के बाद पंजाब में शांति वापस लाने के लिए 25000 लोग, जिनमें से अधिकांश कांग्रेसी थे, ने स्वयं बलिदान दिया।’
तिवारी ने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है, वह अभी पहले से ही कृषि कानूनों के खिलाफ लोगों में आक्रोश के कारण उथल-पुथल से गुजर रहा है। उन परिस्थितियों में, यदि इस तरह के षडयंत्र रचे जाएंगे तो इसका सीमावर्ती राज्य की स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। बता दें कि मनीष तिवारी श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद हैं। वे पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की भी तारीफ करते हैं।